G9 केले के टिशू कल्चर पौधे: किसानों के लिए पांच प्रमुख कारण

G9 (ग्रैंड नैन) केला इज़राइल से आई एक उच्च पैदावार देने वाली Cavendish किस्म है। शोध बताते हैं कि एक G9 पौधे पर औसतन 225-250 केले के फल लगते हैं। शिनिख एग्रोबायोटेक इनके टिशू कल्चर पौधे तैयार करता है, जो लैब में प्रमाणित और रोगमुक्त होते हैं। ये पौधे ठोस व एकसमान विकास करते हैं, जिससे किसानों को तेज़ी से और भरोसेमंद उत्पादन मिलता है। आइए जानते हैं ऐसी पाँच बड़ी वजहें कि किसान G9 टिशू कल्चर केला क्यों अपनाएँ।

Nikhil Chouhan

5/15/20251 min read

G9 केले के टिशू कल्चर पौधे: किसानों के लिए पांच प्रमुख कारण

G9 (ग्रैंड नैन) केला इज़राइल से आई एक उच्च पैदावार देने वाली Cavendish किस्म है। शोध बताते हैं कि एक G9 पौधे पर औसतन 225-250 केले के फल लगते हैं। शनिख एग्रोबायोटेक इनके टिशू कल्चर पौधे तैयार करता है, जो लैब में प्रमाणित और रोगमुक्त होते हैं। ये पौधे ठोस व एकसमान विकास करते हैं, जिससे किसानों को तेज़ी से और भरोसेमंद उत्पादन मिलता है। आइए जानते हैं ऐसी पाँच बड़ी वजहें कि किसान G9 टिशू कल्चर केला क्यों अपनाएँ।

1. अधिक पैदावार

G9 टिशू कल्चर केले के पौधों की जड़ें मजबूत होती हैं, इसलिए वे मिट्टी से अधिक पोषक तत्व अवशोषित कर पाते हैं। अध्ययन बताते हैं कि इन पौधों से एक गुच्छे में औसतन 30–55 किलो वजन तक केले मिलते हैं। क्योंकि पौधे स्वस्थ और एक समान बढ़ते हैं, खेत भर में उत्पादन लगातार बढ़ता है। दूसरे शब्दों में, टिशू कल्चर पौधे खेती के हर हिस्से से ज्यादा फल देते हैं, जिससे किसानों की कुल पैदावार और आमदनी में वृद्धि होती है।

2. रोग प्रतिरोधक क्षमता

टिशू कल्चर विधि से तैयार केले के पौधे पूरी तरह रोग-मुक्त होते हैं। इनके तैयार होने के बाद इन पर पतंग, वाइरस या फ़्यूसैरियम जैसे कीट-मरीज़ी नहीं होती, इसलिए किसान को रासायनिक कीटनाशकों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। जैवप्रौद्योगिकी विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसे साफ-सुथरे पौधे जमीन में भी बीमारी नहीं फैलाते, जिससे फसल की गुणवत्ता भी बेहतर होती है। रोगमुक्त पौधों से होने वाली वृद्धि और किफायती उत्पादन किसानों के लिए लंबे समय में अधिक फ़ायदे वाला साबित होता है।

3. समान वृद्धि

टिशू कल्चर केले के पौधे आनुवंशिक रूप से एक जैसे (ट्रू-टू-टाइप) होते हैं, इसलिए पूरे बाग़ में इनकी बढ़त भी बराबर होती है। इसका मतलब है कि हर पौधे पर फल भी एकसमान आकार के और एक साथ पकते हैं। समान वृद्धि के कारण कटाई के समय सभी पेड़ों से एक साथ फसल तैयार होती है। इसी तरह, एक-जैसी फसल से गुणवत्ता निश्चित रहती है और मौसम के हिसाब से कटाई में देरी नहीं होती। किसान को अपने खेत से मिलने वाले निष्पादन (yield) का पूर्वानुमान भी पहले से हो जाता है, जिससे खेती और खर्च की योजना बनाना आसान हो जाता है।

4. जल्दी फसल मिलना

टिशू कल्चर केले के पौधे परंपरागत तरीकों की तुलना में जल्दी तैयार हो जाते हैं। इन्हें कड़ाई से लैब में विकसित करके लगाया जाता है, इसलिए इनकी वृद्धि गति तेज़ होती है। इसके परिणामस्वरूप ग9 की फसल 9–10 माह में तैयार हो जाती है, जबकि पारंपरिक पौधों में इसमें अधिक समय लग सकता है। जल्दी फसल होने से किसान जल्दी लाभ कमा सकता है और आवश्यकता अनुसार फिर दूसरी फसल भी लगा सकता है। कुल मिलाकर, जल्दी पकने वाले टिशू कल्चर पौधे जमीन की उपयोगिता बढ़ाते हैं और किसानों की आमदनी को बढ़ावा देते हैं।

5. उच्च घनत्व रोपण की सुविधा

टिशू कल्चर पौधे आकार और विकास में एक जैसे होने के कारण कम जगह में भी रोपे जा सकते हैं। उदाहरण के लिए, 6x6 फीट की दूरी पर रोपने से लगभग 1200 पौधे प्रति एकड़ लगाए जा सकते हैं। जैन इरिगेशन की शोध में ग्रैंड नैन के लिए 1.82×1.52 मीटर की दूरी सुझाई गई है, जिसमें प्रति एकड़ करीब 1452 पौधे लगाए जा सकते हैं। अधिक घनत्व में रोपाई करने से एकड़वार उत्पादन काफी बढ़ जाता है। इस तरह, सीमित जमीन में भी किसान अधिक पौधे लगा कर लाभ को दोगुना कर सकते हैं।

शनिख एग्रोबायोटेक की गुणवत्ता और तकनीकी सहायता

शनिख एग्रोबायोटेक की प्रयोगशाला अत्याधुनिक है जहां से हर टिशू कल्चर पौधा निकलता है। इन पौधों की जड़ें दुगनी संख्या में विकासित की जाती हैं, जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ जाता है। पौधे तैयार होने के बाद उनके बीजाणुओं की जाँच और रोग परीक्षण भी करवाया जाता है, ताकि किसान को पूरी तरह स्वस्थ और सशक्त पौधे मिलें। शिनिख अपने किसानों को बगीचे लगाने से पहले मिट्टी परीक्षण, सिंचाई और खाद प्रबंधन की सलाह भी देता है। खेती के दौरान कंपनी के कृषि विशेषज्ञ कॉल पर सहायता करते हैं और ज़रूरत पड़ने पर खेत पर भी जाकर मार्गदर्शन करते हैं। इस तरह आपको न सिर्फ बेहतरीन टिशू कल्चर पौधे मिलते हैं, बल्कि उनके सफल पालन-पोषण के लिए तकनीकी समर्थन भी मिलता है।

संपर्क और ऑर्डर बुक करें

यदि आप G9 केले के टिशू कल्चर पौधे अपने खेत में लगाना चाहते हैं, तो आज ही शिनिख एग्रोबायोटेक से संपर्क करें। ऑर्डर बुक करने या सलाह के लिए हमारी टीम हर दिन उपलब्ध है। संपर्क विवरण:

आपके खेत के लिए उच्च गुणवत्ता के G9 टिशू कल्चर पौधे सुनिश्चित करने और खेती को सफल बनाने में हम आपके साथ हैं!

स्रोत: G9 केला के टिशू कल्चर पौधों के लाभ से संबंधित जानकारी विभिन्न कृषि रिसर्च व प्रायोगिक वेबसाइटों से संकलित की गई है।